भारत में जलविज्ञान के क्षेत्र में सतत विकास और आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए प्रभावी वैज्ञानिक समाधानों के माध्यम से जलविज्ञान अनुसंधान में नेतृत्व प्रदान करना।
- जलविज्ञानीय अध्ययनों के लिए नई तकनीकों, प्रक्रियाओं, सॉफ्टवेयर पैकेज, कार्यक्षेत्रीय उपकरण आदि का विकास करना।
- मॉडलिंग तकनीकों के माध्यम से विभिन्न जलविज्ञानीय, जलवायु, सामाजिक-सांस्कृतिक परिस्थितियों के तहत जल संसाधनों की उपलब्धता के परिदृश्यों का अध्ययन ।
- जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का आकलन करना और शमन, अनुकूलन और लचीलापन के उपाय सुझाना।
- जल संसाधन विकास और प्रबंधन के लिए उभरती तकनीकों के अनुप्रयोगों का प्रचार करना।
- जल से संबंधित समस्याओं के लिए जरूरत-आधारित लागत प्रभावी अनुसंधान और विकास समाधान प्रदान करना।
- जल से संबंधित मुद्दों पर विभिन्न हितधारकों को वैज्ञानिक सलाह प्रदान करना।
- जल संसाधन विकास और संरक्षण पर क्षमता निर्माण और जागरूकता के माध्यम से समुदाय को सशक्त बनाना ।