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प्रभाग का दृष्टिकोण

प्रभाग का दृष्टिकोण

सतत जीवन को बनाए रखने के लिए जल सबसे महत्वपूर्ण  प्राकृतिक संसाधनों में से एक है और जनसंख्या में तेजी से वृद्धि और देश की अर्थव्यवस्था में विस्तार के कारण इसकी मांग में निरंतर वृद्धि के परिणामस्वरूप आने वाले दशकों में इसके गम्भीर रूप से निम्न होने की संभावना है।  भारत में वर्षा के असमान वितरण के लिए, स्थान  एवं समय दोनों में जलवायु विशेषताओं में विविधता जिम्मेदार हैं। उपलब्ध जल संसाधनों के स्थान एवं समय दोनों मेँ अत्यधिक असमान वितरण के परिणामस्वरूप वर्षा मेँ असमान वितरण पाया जाता है, जिससे बाढ़ और सूखा, देश के विशाल क्षेत्रों को प्रभावित करता हैं। नदी घाटियों में बिंदु और गैर-बिंदु परिवर्तन होने के कारण जलविज्ञानीय प्रक्रिया अब स्थिर नहीं रहती । जो जलविज्ञानीय चक्र के विभिन्न घटकों को प्रभावित करती है। इसलिए सतत विकास और समाज के कल्याण के लिए जल संसाधनों की इष्टतम योजना, विकास और प्रबंधन के लिए सतही जलविज्ञान से जुड़े विभिन्न जलविज्ञानीय प्रक्रियाओं की व्यापक समझ की आवश्यकता है।

प्रभाग में किए जा रहे अनुसंधान कार्यो में निम्नलिखित क्षेत्र शामिल हैं: (i) जल उपलब्धता विश्लेषण, प्रवाह अवधि वक्र विश्लेषण और पर्यावरण प्रवाह आवश्यकता अध्ययन, (ii) बाढ़ अनुमान, (iii) बाढ़ मार्गभिग्मन , (iv) जलविज्ञानीय निदर्शन , (v) बाढ़ प्रबंधन के संरचनात्मक एवं गैर-संरचनात्मक उपाय  (vi) शहरी जलविज्ञान, (vii) बाढ़ नियंत्रण के लिए जलालेख प्रबंधन अध्ययन, (viii) बाढ़ नियंत्रण के लिए तलछट अध्ययन, (ix) बाढ़ आपदाओं के सामाजिक-आर्थिक पहलुओं का अध्ययन, (x) सूखा रोकथाम और प्रबंधन, (xi) जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव।

अनुसंधान एवं विकास कार्य

सतही जलविज्ञान प्रभाग सक्रिय रूप से सतही जलविज्ञान के विभिन्न पहलू से संबंधित बुनियादी और व्यावहारिक शोध कार्य कर रहा है। इसमें जलविज्ञान की चरम सीमा जैसे बाढ़ और सूखा,  बाढ़ का आंकलन, परियोजना जलविज्ञान, तलछट निदर्शन, जलालेख निदर्शन, जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव, जल विज्ञान में सॉफ्ट कंप्यूटिंग तकनीकों के अनुप्रयोग आदि शामिल हैं। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण कार्यक्रम के तहत, प्रभाग सतही जल विज्ञान के क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों जैसे कि सेमिनार / संगोष्ठी / प्रशिक्षण पाठ्यक्रम / कार्यशालाओ  का आयोजन करता है । प्रभाग क्षेत्रीय और प्रयोगशाला आधारित अनुसंधान एवं विकास कार्य के साथ-साथ प्रायोजित एवं परामर्शदाती  परियोजनाओं पर भी कार्य कर रहा है। प्रभाग के वैज्ञानिक NHP, NMSHE इत्यादि परियोजनाओ में भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे है। 

अन्य संस्थाओ से सहयोग

विभिन्न अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को पूर्ण करने के लिये प्रभाग विभिन्न संस्थाओ जैसे कि CWC, CGWB, GFCC, IMD, IITM, NHPC, CPCB , DST, IITs , NEEPCO, THDC, NPCIL, RVNL, NTPC, आदि के साथ निरन्तर सम्पर्क में रहता है।  प्रभाग विभिन्न संगठनों को तकनीकी सेवाएं प्रदान कर रहा है।