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नाभिकीय जलविज्ञान प्रयोगशाला

नाभिकीय जलविज्ञान प्रयोगशाला जल एवं अवसाद में स्थिर एवं रेडियों समस्थानिकों के मापन के लिए विभिन्न उपकरणों से सुसज्जित है। इन उपकरणों का प्रयोग मृदा आर्द्रता चलन के अध्ययन तथा भूजल पुनर्भरण के आंकलन , सतही जल एवं भूजल अंतःक्रिया, झील अध्ययन, भूजल काल निर्धारण तथा गहरे जलभृतों एवं झरनों के पुनर्भरण स्रोतों एवं क्षेत्रों के अभिनिर्धारण के लिए किया जाता है। नाभिकीय जलविज्ञान प्रयोगशाला के तीन भाग हैं अर्थात (i) स्थिर समस्थानिक प्रयोगशाला, (ii) भूजल डेटिंग प्रयोगशाला, एवं (iii) अवसाद डेटिंग प्रयोगशाला। स्थिर समस्थानिक प्रयोगशाला में उपलब्ध महत्वपूर्ण उपकरण हैंः डुअल इनलेट आइसोटोप रेश्यो मास स्पैक्ट्रोमीटर (DIIRMS) ; जल एवं ठोस पदार्थों में δD, δ13C, δ18C, के मापन के लिए कन्टीन्युअस ‘‘लो स्टेबल आइसोटोप रेश्यो मास स्पेक्ट्रॉमीटर ;(CFIRMS)। δ2H, δ17O, δ18O मापन के लिए समस्थानिक जल विश्लेषक (द्रव्य $ वाष्प) उपलब्ध हैं। भूजल डेटिंग इकाई ट्रिटियम इनरिचमेंट यूनिट (2), लो लेबल लिक्विड सेन्टीलेशन स्पेक्ट्रॉमीटर (क्वान्टलस), सॉइल मोइस्चर एक्स्ट्रेक्शन यूनिट तथा लिक्विड नाइट्रोजन प्लांट आदि से सुसज्जित हैं। अवसाद डेटिंग इकाई में मल्टी चैनल गामा रे स्पैक्ट्रॉमीटर, जिओलॉग रेट मीटर, प्रयोगशाला मे रेडॉन डिटेक्टर्स के दो सैन भी उपलब्ध हैं। प्रयेगशाला में जल के प्रमुख आयनों के विश्लेषण के लिए ऑयन क्रोमेटोग्राफ सिस्टम -5000 (डायोनेक्स) भी उपलब्ध हैं।

जलविज्ञानीय अन्वेषण प्रभाग के अलावा इस प्रयोगशाला की सुविधाएं संस्थान के क्षेत्रीय केन्द्रों तथा अन्य प्रभागों को उनके तकनीकी अध्ययनों में उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस प्रयोगशाला की सुविधाएं एनसीएओआर, गोवा, विभिन्न आईआईटी, दिल्ली विश्विद्यालय, केन्द्रीय भूजल बोर्ड इत्यादि जैसे विभिन्न अन्य विभागों/एजेन्सियों को वर्ष 2018-19 के दौरान उपलब्ध कराई गई। वर्ष के दौरान कुल 13568 जल नमूनों (वर्षण, नदी, झरने एवं भूजल) का स्टेबल आइसोटोप जिसमें δD (6996 नमूने) एवं δ18O (6572 नमूने) के लिए विश्लेषण किया गया। लगभग 310 जल नमूनों का पर्यावरणीय ट्रिटियम के लिए विश्लेषण किया गया तथा लगभग 950 जल नमूनों का ऑयल क्रोमेटोग्राफी पर वाटर केमिस्ट्री के लिए विश्लेषण किया गया।