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प्रशिक्षण पाठ्यक्रम / कार्यशाला

प्रशिक्षण कार्यक्रम / कार्यशालाएँ:

  1. विश्व जल दिवस समारोह के अवसर पर केएलईएस इंजीनियरिंग कॉलेज, बेलगाम के सहयोग से मार्च 2010 में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला
  2. एचपी II के तहत 6 से 10 दिसंबर 2010 तक "हाइड्रोलॉजिकल एक्सट्रीम - प्रीडिक्शन, मैनिज्मन्ट एंड मिटिगैशन" पर 5-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
  3. एचपी II के तहत 12 से 16 सितंबर 2011 तक "प्रोजेक्ट हाइड्रोलॉजी" पर 5-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
  4. यूज ऑफ़ SWDES सॉफ़्टवेयर फॉर हाइड्रोमेटोरोलॉजिकल डेटा एंट्री" पर 27 से 29 दिसंबर 2011 तक 3-दिवसीय कार्यशाला
  5. कर्नाटक, ओडिशा और मध्य प्रदेश के लिए डीएसएस (पी) की समीक्षा की एक दिवसीय कार्यशाला, 2 फरवरी 2012, बैंगलोर
  6. एचपी II के तहत 6 से 10 फरवरी 2012 तक "जलवायु परिवर्तन और जल संसाधनों पर इसके प्रभाव" पर 5-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
  7. त्रिशूर (10 जनवरी 2012) और त्रिवेंद्रम (14 फरवरी 2012) में "जल गुणवत्ता मूल्यांकन और निगरानी" पर एचपी II के तहत पीडीएस के एक हिस्से के रूप में एक दिवसीय कार्यशालाएं
  8. कर्नाटक विज्ञान महाविद्यालय और भारतीय खनन संघ के सहयोग से विश्व जल दिवस के भाग के रूप में “जल और खाद्य सुरक्षा” पर मार्च 2012, को धारवाड़ में एक दिवसीय कार्यशाला
  9. "जलविज्ञान में रिमोट सेंसिंग और जीआईएस के अनुप्रयोग" पर एचपी II की 3-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला, 11-13 सितंबर 2012
  10. एचपी II के तहत 29 से 31 जनवरी 2013 तक "पर्यावरण जलविज्ञान" पर 3-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
  11. एचपी- II के तहत 27 से 29 अगस्त 2013 तक "जलवायु परिवर्तन और जल संसाधनों पर इसके प्रभाव" पर 3-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
  12. चालू पायलट बेसिन परियोजना के तहत 20 से 22 नवंबर 2013 तक "प्रोजेक्ट हाइड्रोलॉजी" पर डब्ल्यूआरडी गोवा में 3-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
  13. "भूजल संसाधन प्रबंधन" पर 11 से 13 दिसंबर 2013 तक 3-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
  14. 13 से 15 मार्च 2014 तक "जल गुणवत्ता मूल्यांकन में रिमोट सेंसिंग के अनुप्रयोग" पर 3-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
  15. एप्लाइड मैकेनिक्स विभाग, एनआईटीके, सुरथकल के सहयोग से 20 अक्टूबर 2015 को "बदलते परिवेश में जल संसाधन प्रबंधन" पर एक दिवसीय कार्यशाला
  16. एप्लाइड मैकेनिक्स विभाग, एनआईटीके, सुरथकल के सहयोग से 26 से 30 सितंबर, 2016 तक "वर्षा-अपवाह मॉडलिंग" पर 5-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला

संगोष्ठी / विचार-गोष्ठी :

  1. एचपी II के तहत 5 से 6 फरवरी 2013 तक “केरल राज्य का जल गुणवत्ता मूल्यांकन और प्रबंधन (WAQUAM)”, पर त्रिवेंद्रम में 2-दिवसीय क्षेत्रीय संगोष्ठी।
  2. माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के सहयोग से 22 से 23 मार्च, 2015 तक गदग, कर्नाटक में "खनन पर्यावरण और जल संसाधन विकास" पर 2-दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी
  3. केएलई डॉ.एम.एस.शेषगिरी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, बेलगाम, के सहयोग से 23 से 25 मार्च 2017 तक "हाइड्रोलिक्स और पर्यावरण प्रणाली" पर 3-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी

विचार विमर्श सत्र / जागरूकता कार्यक्रम:

  • 23 जुलाई 2010 को कठोर शिला क्षेत्र पर विशेष जोर के साथ "जल संसाधन क्षेत्र पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव" पर विचार विमर्श सत्र
  • केरल राज्य सिंचाई और भूजल विभाग के सहयोग से HP II PDS के तहत केरल के 9 जिलों में जनवरी और फरवरी 2012 में जल गुणवत्ता पर जागरूकता कार्यक्रम
  • "कठोर शिला क्षेत्र का जलविज्ञान" पर 2 अगस्त 2012, को वीटीयू, बेलगाम में विचार विमर्श सत्र
  • "पायलट बेसिन अध्ययन" पर 27 नवम्बर 2012 को डब्लू आर डी गोवा में विचार विमर्श सत्र
  • कृष्णा बेसिन, कर्नाटक, भारत के कठोर शिला क्षेत्रों में नदी किनारा निस्पंदन तकनीक का उपयोग करके ग्रामीण समुदाय को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल आपूर्ति पर एक दिन का विचार विमर्श सत्र 1 जुलाई 2016 को आयोजित किया गया
  • बेलगावी में स्कूली बच्चों और पंचायत राज संस्थान के अधिकारियों के लिए 6 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए