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प्रमुख कार्य क्षेत्र
- चरम सीमा का जलविज्ञान
- बाढ़ प्रबंधन
- शहरी बाढ़
- सूखा शमन और प्रबंधन
- हिमनद झील विस्फोट बाढ़
- पूर्व चेतावनी प्रणाली
- पर्यावरणीय जलविज्ञान
- बिंदु और गैर-बिंदु स्रोतों से प्रदूषण
- पानी की गुणवत्ता और स्वास्थ्य
- नदियों में पर्यावरणीय प्रवाह
- नदी तट निस्पंदन अध्ययन
- जल प्रशोधन / उपचार तकनीक
- क्षेत्रीय जलविज्ञान
- जलविज्ञानीय प्रवाह चरों का युक्तिकरण
- क्षेत्रीय बाढ़ आवृत्ति संबंधों का विकास
- पैरामीट्रिक और गैर पैरामीट्रिक दृष्टिकोण का उपयोग करके क्षेत्रीय इकाई हाइड्रोग्राफके संबंधों का विकास
- भू-आकृति संबंधी तात्कालिक इकाई हाइड्रोग्राफ का विकास और अनुप्रयोग
- क्षेत्रीय सूखा सूचकांकों का विकास
- एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन (IWRM)
- विभिन्न पैमानों पर आईडब्लूआरएम योजना का विकास
- क्जल सुरक्षा योजना के लिए आईडब्लूआरएम गतिविधियों पर प्रक्रिया अनुसंधान
- जलविज्ञानीय प्रतिरूपण
- जल संसाधन मूल्यांकन
- जलाशयों का एकीकृत संचालन
- डीएसएस विकास और अनुप्रयोग
- सतही जल और भूजल संयोजी नियोजन, प्रतिरूपण एवं प्रबंधन
- प्रबंधित जलभृत् पुनर्भरण (एमएआर)
- भू उत्पत्ति स्रोत के कारण प्रदूषण सुभेद्य जलभृतों का भूजल प्रबंधन
- तटीय भूजल अध्ययन
- गुणवत्ता सहित सतही और भूजल के प्रबंधन के लिए उभरती नवीनतम पद्धतियां
- पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए जलविज्ञानीय अध्ययन
- हिमालयी क्षेत्र के लिए जलविज्ञानीय अध्ययन
- जलविभाजक प्रबंधन हेतु जलविज्ञान
- वन जलविज्ञान
- झरनों का संरक्षण और प्रबंधन
- झीलों और आर्द्रभूमि का जलविज्ञान
- तालाबों और अन्य छोटे जल निकायों का संरक्षण
- खनन क्षेत्रों में जल प्रबंधन
- लवणता प्रभावित क्षेत्रों में जल प्रबंधन
- तटीय और कठोर शिला जलभृतों में जल प्रबंधन
- प्रभाव आकलन अध्ययन
- राष्ट्रीय जल मिशन के तहत अनुसंधान एवं विकास
- विभिन्न आंकड़ों के मापन के लिए आधुनिक तकनीक का विकास / कार्यान्वयन
- गुणवत्ता पहलुओं सहित जल चक्र और जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से संबंधित सभी पहलुओं पर अनुसंधान और अध्ययन
- जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का आकलन
- गहरे जलभृतों की गतिशीलता
- जलवायु परिवर्तन अध्ययन केंद्र
- हिम एवं हिमनद अध्ययन केंद्र
- राजसं के वैज्ञानिकों और कर्मचारियों का क्षमता निर्माण
- प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और आउटरीच गतिविधियाँ
- प्रशिक्षण कार्यशालाएं
- सेमिनार / संगोष्ठियों
- हितधारकों की कार्यशालाएं
- विज्ञान-नीति इंटरफ़ेस
- जलविज्ञान और जल संसाधनों में आईपीआर मुद्दे
- पीपीपी लिंकेज