Menu
emblem

प्रमुख कार्य क्षेत्र

  1. चरम सीमा का जलविज्ञान
    • बाढ़ प्रबंधन
    • शहरी बाढ़
    • सूखा शमन और प्रबंधन
    • हिमनद झील विस्फोट बाढ़
    • पूर्व चेतावनी प्रणाली
  2. पर्यावरणीय जलविज्ञान
    • बिंदु और गैर-बिंदु स्रोतों से प्रदूषण
    • पानी की गुणवत्ता और स्वास्थ्य
    • नदियों में पर्यावरणीय प्रवाह
    • नदी तट निस्पंदन अध्ययन
    • जल प्रशोधन / उपचार तकनीक
  3. क्षेत्रीय जलविज्ञान
    • जलविज्ञानीय प्रवाह चरों का युक्तिकरण
    • क्षेत्रीय बाढ़ आवृत्ति संबंधों का विकास
    • पैरामीट्रिक और गैर पैरामीट्रिक दृष्टिकोण का उपयोग करके क्षेत्रीय इकाई हाइड्रोग्राफके संबंधों का विकास
    • भू-आकृति संबंधी तात्कालिक इकाई हाइड्रोग्राफ का विकास और अनुप्रयोग
    • क्षेत्रीय सूखा सूचकांकों का विकास
  4. एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन (IWRM)
    • विभिन्न पैमानों पर आईडब्लूआरएम योजना का विकास
    • क्जल सुरक्षा योजना के लिए आईडब्लूआरएम गतिविधियों पर प्रक्रिया अनुसंधान
    • जलविज्ञानीय प्रतिरूपण
    • जल संसाधन मूल्यांकन
    • जलाशयों का एकीकृत संचालन
    • डीएसएस विकास और अनुप्रयोग
    • सतही जल और भूजल संयोजी नियोजन, प्रतिरूपण एवं प्रबंधन
    • प्रबंधित जलभृत् पुनर्भरण (एमएआर)
    • भू उत्पत्ति स्रोत के कारण प्रदूषण सुभेद्य जलभृतों का भूजल प्रबंधन
    • तटीय भूजल अध्ययन
    • गुणवत्ता सहित सतही और भूजल के प्रबंधन के लिए उभरती नवीनतम पद्धतियां
  5. पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए जलविज्ञानीय अध्ययन
  6. हिमालयी क्षेत्र के लिए जलविज्ञानीय अध्ययन
  7. जलविभाजक प्रबंधन हेतु जलविज्ञान
    • वन जलविज्ञान
    • झरनों का संरक्षण और प्रबंधन
    • झीलों और आर्द्रभूमि का जलविज्ञान
    • तालाबों और अन्य छोटे जल निकायों का संरक्षण
    • खनन क्षेत्रों में जल प्रबंधन
    • लवणता प्रभावित क्षेत्रों में जल प्रबंधन
    • तटीय और कठोर शिला जलभृतों में जल प्रबंधन
    • प्रभाव आकलन अध्ययन
  8. राष्ट्रीय जल मिशन के तहत अनुसंधान एवं विकास
    • विभिन्न आंकड़ों के मापन के लिए आधुनिक तकनीक का विकास / कार्यान्वयन
    • गुणवत्ता पहलुओं सहित जल चक्र और जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से संबंधित सभी पहलुओं पर अनुसंधान और अध्ययन
    • जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का आकलन
    • गहरे जलभृतों की गतिशीलता
    • जलवायु परिवर्तन अध्ययन केंद्र
    • हिम एवं हिमनद अध्ययन केंद्र
  9. राजसं के वैज्ञानिकों और कर्मचारियों का क्षमता निर्माण
  10. प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और आउटरीच गतिविधियाँ
    • प्रशिक्षण कार्यशालाएं
    • सेमिनार / संगोष्ठियों
    • हितधारकों की कार्यशालाएं
    • विज्ञान-नीति इंटरफ़ेस
    • जलविज्ञान और जल संसाधनों में आईपीआर मुद्दे
    • पीपीपी लिंकेज